Shayri in hindi

Shayri in hindi

Shayri in hindi :हिंदी शायरी इस आर्टिकल मे हम हिंदी शायरी और हिंदी कोट देखने वाले है जो आपको बहुत पसंद आयेंगे!

हिंदी शायरी का महत्व साहित्यिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत बड़ा है। इसमें प्रेम, विरह, जीवन के अनुभव, समाज और मानवता की भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त किया जाता है। हिंदी शायरी की विविधता और गहराई इसे साहित्य की एक महत्वपूर्ण विधा बनाती है, जो पाठकों को भावनात्मक रूप से जुड़ने और विचारों को विस्तृत करने का अवसर देती है। प्रसिद्ध शायरों जैसे मीर, गालिब, गुलज़ार और जावेद अख्तर की रचनाएँ हिंदी शायरी को समृद्ध और लोकप्रिय बनाती हैं।

हिंदी शायरी

100+ बेस्ट लाइफ शायरी हिंदी में (Best life shayari in hindi)

अजीब तरह से गुजर गयी मेरी भी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ

हसरतों से ज्यादा मिला है मुझे
तुझसे अब न कोई गिला है मुझे
मेरे ख्वाब हाकीत में बदल गए हैं
तेरे अहसानों के बदले क्या दूं तुझे ।

अनेकों रंग हैं तेरे ये बदलते रहेंगे
हम भी तेरे संग संग चलते रहेंगे
जिन्दगी तू इतना तो अहसान करदे
कि हम इस दुनिया में पलते रहेंगे

बहुत खूबसूरत और सुहाने पल गुजर चुके हैं
अहसान जिन्दगी हम भी तुझपे कर चुके हैं
आखरी दम तक तेरा साथ निभाउंगा वादा है
तेरे बनाए दर्द के समन्दर में उतर चुके हैं ।

आइना मुस्करा के अब सवाल करता है
तेरे हसीन चेहरे की रौनक कहां गयी है
सारी उम्र गुजार दी तूने ख़ामोशी में
तुझमे से मुस्कराएं की वजह कहाँ गयी।

जीवन के पल कभी खुशियों के पल थे
मुकुराने की वजह और जीने के बल थे
जाने किस मुकाम पर लायी है मुझे जिन्दगी
सवाल फिर वो आये ही जिनके कोई हल थे ।

अबतो जिन्दगी का आइना बदल सा रहा है
रफ्ता रफता रेत सा फिसल सा रहा है
दर्द को फिरसे सभालने की कोशिस में हूँ
अंशू बनके दर्द निकलने को मचल सा रहा है।

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हर घड़ी, घड़ी घड़ी बट रही है जिन्दगी
अपने ही दायरे में सिमट रही है जिन्दगी
हजार कोशिशों का भी असर नही हुआ है
हर एक लम्हे में बस घट रही है जिन्दगी

बहुत अरमान थे इसके वाश्ते पाले हमने
इसके दर्द के आसुओं को भी संभाले हमने
जब भी किसी बात पर नाराज हुई हमसे
ये जिन्दगी अपने आखों से मोटी निकाले हमने ।

अब वो बात नही रही तेरी मेहबानी में
बस दर्द का आलम रहा है जिंदगानी में
हम कैसे सुनाते हाले दिल किसी को
तुझको ही दिलचश्पी नहीं मेरी कहानी में।

कैसे कैसे लम्हे आये हैं जिन्दगी में
बस दर्द ही रहा है मेरी हर खुशी में
मुझसे हरदम इम्तिहान रहा है तेरा
मै सवालों को सुलझाया है बेबसी में

हाथ से पानी को सभाले तो कैसे
कोई दरिया है हरदम पिसल रहा है
कैसे गुजारते है लोग पूरा जीवन यहाँ
अपना तो एक एक-पल बदल रहा है।

अब तो जिन्दगी कोई पहेली सी लग रही है
दुनिया की इस भीड़ में अकेली से लग रही है
कहानी सी बन गयी है अरमानो की दुनिया
रात से पहले ही ये शाम सुलग रही है ।

न मै इसके काबिल हूँ न हक़ है मेरा
न ये जमी है मेरी न ये फलक है मेरा
किस बात का गुरुर करता है आदमी
कोई भरोसा नही जिन्दगी कल तक मेरा ।

Emotional Life shayari in hindi

बड़े अजीब रंग हैं अय जिन्दगी तेरे
कब बदल जाते हैं  पता नहीं चलता
खुशियों की डगर  में दर्द के काटें
अक्सर मिल जाते हैं पता नहीं चलता ।।

बुने थे जो ख्वाब अब बिखरने लगे है
मोती मेरे आख्नो से अब उतरने लगे हैं
बहुत अहसान हैं तेरा जिन्दगी मुझपर
जख्म अब भी गहरें हैं कहाँ भरने लगे हैं।

तेरे गहरे राज और सवालों में उलझा हूँ
कैसी कटेगी बस इन्ही ख्यालों में उलझा हूँ
मेरे हिस्से की खुशियों का जाम लुट गया है
मै दर्द के मैखाने और प्यालों में उलझा हूँ ।

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हर रोज बड़ी मुशिकल से कटती है जिन्दगी
दर्द और खुशियों के बीच बटती है जिन्दगी
इन सवालों के बीच उलझ कर रह गए हम
क्यों रफ्ता रफ्ता आखिर घटती है जिन्दगी ।।

दर्द के साये से अभी कहाँ निकल पाया हूँ
इस सफ़र में दो-चार कदम ही चल पाया हूँ
हमने जिसे अपना समझने की भूल करदी है
उस जिन्दगी ने कह दिया कि मै पराया हूँ ।।

Shayri in hindi

इसके दर्द भी अब तो अपने से लगते हैं
खुशियों से भरे दिन अब सपने से लगते हैं
हमपर अहसान हैं इसके उतरते नहीं हैं
लफ्ज आखों से पानी बनके टपकने लगते हैं ।।

इस जिन्दगी के अरमान बहुत थे
इसके दर्द से हम अनजान बहुत थे
हम कैसे भुला देते इसकी दुनिया को
दर्द भी दिए हैं तो अहसान बहुत थे ।।

न जाने हम कल कहाँ होंगे
इस जिन्दगी के फैसले से फ़ना होंगे
मेरे जाने के बाद खुश तो होगी ये
हमको छोड़ के बाकी सब खुदा होंगे ।।

Life shayari in hindi 2 Line

हमारा भी तो कभी फ़िक्र करती ये जिन्दगी
अपने खामोशियों में जिक्र करती ये जिन्दगी
टूट कर हमारे बिखर जाने पर मुस्कुरा देती है
मेरे सब्र का कुछ तो क़द्र करती ये जिन्दगी ।।

जिन्दगी की ख्वाहिशें कम नहीं हो रहीं हैं
दर्द की घड़ियाँ ख़तम नहीं हो रही हैं
हर लम्हा जी भर के जी नहीं सकते हैं
हम इन अशुओं को भी पी नहीं सकते हैं

और भी मुस्कुराने की वजह तलाशते रहे
बेवफा सितमगर में वफ़ा तलाशते रहे
जिन्दगी तू मुझे न काबिल समझती रही
और हम हैं कि तुझमे खुदा तलाशते रहे ।।

गमो का बादल खुशियों पर से हट जाएगा
ये चंद लम्हों का किस्सा है सिमट जाएगा
जो मिला जी तुम्हे इस लम्हे को जीना सीखो
जिन्दगी का सफर कुछ पल में कट जाएगा ।।

मिली है जो सौगात समझ जिन्दगी की
हर एक तू जज्बात समझ जिदगी की
सुहाने दिन हैं जी भरके जी लो इसे
कब आ जाए काली रात इस जिन्दगी की।।

हर एक लम्हे का दिल से अहतराम करलो
जिन्दगी को जी भरके जीने का इंतजाम करलो
गुजरे हुए वक्त का फिर अफ़सोस न हो कभी
वक्त के एक पल को तुम अपने नाम करलो।।

उसकी चाहत का अहसास मेरे दिल में है
ये दिल प्यार करके अब मुश्किल में है,
उसके ख्वाब अक्सर आते हैं तनहाहियों में
फिर न जाने क्यूं वो मेरे महफ़िल में है ।।

मोहब्बत के समंदर उतर जाने देते
हमको भी हद से गुजर जाने देते
चाहत की लहरों में गोते लगता दिल
दिल की दरिया को आज भर जाने देते

दिल की आरजू थी चाहत में बिखर जाने की
फिर से उम्मीद तूने जगा दी सवंर जाने की
मुझसा कोई चाहने की फिर कोशिस न करे
उसे भी नजर लग जायेगी इस जमाने की ।।

शाम सजाने की इजाजत होती अगर
ख्वाब में आने की इजाजत होती अगर
उसके चाहत में डूब के मर जाते हम तो
आँखों में डूब जाने की इजाजत होती अगर।

दिले नादान न जाने क्या कर बैठा है
उसके चाहत के समन्दर में उतर बैठा है
खबर नहीं है इसे अंजाम-ए-मोहब्बत की
ये पागल अभी तक इससे बेखबर बैठा है।

दर्द का दरिया है अगर पार लेगा तू
तो मोहब्बत की मजिल का हकदार होगा
अक्सर भीड़ सी रहती है इश्क के बजार में
ये न समझो एक तू ही खरीददार होगा ।

चाहत की दुनिया तेरे हावले करदी है
चाहे आबाद कर या वीरान करदे तू,
मैंने इश्के संदर में कश्ती उतार दी है
पार करदे या फिर तूफ़ान करदे तू ।।

मेरे रगों में इश्क लहू बनके बहता है
फिर भी डर है तुझसे जुदाई का,
चाहत में कई रिश्ते बनके टूट जाते है
साथ मिलता है तो बस बेवफाई का ।।

मुझको अगर तुमसे मोहब्बत न होती
तो अपने दिल की ऐसी हालत न होती
तुम्हारे गलियों का बंजारा बनके फिरता न
अगर अपनी भे ऐसी किस्मत न होती ।

परवाने की तरह शाम्मा से मिलने आ गए हों
बांध के सेहरा सर पे मचलने आ गए हो
सूनी रात थी धीरे से चुपके से गुजर जाते
क्यूं दहकती आग में फिर जलने आ गए हो।

नशीहत मान लेते मेरी इश्क की डगर के लिए
मुझेमें भी तजुर्बा था ऐसे सफर के लिए,
हम जैसों ने जो सीखा उसे भुला नहीं सकते,
काम आएगा तुमको सारी उमर के लिए।

डर सा लगता अब तो दिल लगाने में
अब वो बात नहीं रही किसी दीवाने में
जिक्रे मोहब्बत सर-ए-आम किया करते थे
इश्क में खुद को बदनाम किया करते थे

न जाने वो दिन वो रात फिर कब आयेगी
उसकी दीवानगी मेरे साथ कब आयेगी
जिसके आँखों के दो जाम पिया करते थे
बड़े हसीन थे पल जिसमे हम जिया करते थे

अब तो इश्क भी बाज़ार के नजर हो रहा है
मुझ जैसे दीवाने पर इसका असर हो रहा है
कीमत अब तो इश्क की बेतहाशा हो गयी
मेरी उम्मीद टूटी है और तमाशा हो गयी है।

बेस्ट शायरी इन हिंदी

गैरों की तरह उनका बर्ताव हो रहा है,
धीरे-धीरे मेरी मोहब्बत बेअसर हो रही
दिल उनका किसी और के नजर हो रहा है
मेरे इश्क का वजह से उनमे बदलाव हो रहा है।

तुमसे दिल लागने के जबसे आदि हो गए हैं
खुदा की कसम खुदा के फरियादी हो गए हैं
तुम्हारे जलवों की वजह से तारीफे हुस्न की है
हम आज-कल थोड़ा किताबी हो गए हैं।

मोहब्बत का हमको भी शौक नहीं था
तुमको देखकर ही शौक़ीन हो गया हूँ
बस तुम्हरी ही नजरो की ये खता है सारी
जबसे मिली हैं मुझसे रंगीन हो गया हूँ ।

कोई जाम सा है तुम्हारी निगाहों में,
मै शाम गुजारूँगा तुम्हारी बाहों में
तुम मुझको गलत मत समझना,
अगर लड़खड़ाता सा मिलूँ तुमको राहों में

दिल ने जब माँगा है तेरी रजा मांगी है
तुमसे दिल लगे ये दुआ मांगी है
आशिकी में अक्सर धोखे मिले हैं
इसलिए हमने तुमसे वफ़ा मांगी है ।।

फना हो जाने दे मुझे तेरे चाहत में
हद से गुजर जाने दे अब मोहब्बत में
तुम मुझमे इस कदर समाए हुए हो
जैसे शामिल हो गए हो मेरी आदत में।।

अब भी मेरे सीने में चाहत का चराग जलता है
सुलगता है जख्म दिलका धुंआ सा निकलता है
कई दर्द भरी रातों को तनहा सा गुजारा है
न धुंध ये छटती है न दर्द ये संभालता है ।।

इश्क की आग में जलता रहा कोई
सेहरा की रेत पर चलता रहा कोई
कोई समंदर में डूब कर पार कर गया
और दर्द की दरिया में मचलता रहा कोई।।

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